Goonj Chand | Poetry Lyrics | G Talks Waqt Aaane Par Tujhe Teri Aukaat Bataenge

Akshay
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Waqt Aaane Par Tujhe Teri Aukaat Bataenge एक बहुत ही सुंदर Poetry है जिसके Lyrics Goonj Chand  द्वारा लिखे और G Talks के Lebel  तहत इसे प्रकाशित किया गया है 

Goonj Chand Poetry Lyrics By Gtalks

Waqt Aaane Par Tujhe Teri Aukaat Bataenge Poetry Lyrics
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 भरी महफिल में तेरे चेहरे से नकाब हटाएंगे
 और वक्त आने पर तुझे तेरी औकात बताएंगे 
और इस गलतफहमी में तुम बिल्कुल भी मत रहना 
के तेरे जाने गम में हम यहां आंसू बहाएंगे
भरी महफिल में तेरे चेहरे से नकाब हटाएंगे

 मेरे कुछ ख्वाब भी तुझको सताएंगे
 और वक्त बेवक्त तुझको रुलाएंगे
 याद करना अपनी बेवफाई को चंद लम्हों के लिए
 कितना  घिनौना था तू तुझको यह तेरे अक्स बताएंगे
 भरी महफिल में तेरे चेहरे से नकाब हटाएंगे

 हम भी तुझको तेरी तरह भूलाएंगे अब हम भी बेवफाई की रस्में निभाएंगे
 और फिर ररुखसत हो गए इस बार तो फिर कभी लौट कर मत आना
 क्योंकि तेरी जाने की खुशी तो थोड़ी हम भी मनाएंगे
 और वक्त आने पर तुझे तेरी औकात बताएंगे

  तेरे वादो के किस्से सबको बताएंगे 
 कितना सच्चा था तू सबको यही बताएंगे
 और तू अपने मुंह से मेरी बेवफाई की बात मत करना
 वरना लोग खुद तुझे मेरी वफाओं के कि किस्से सुनाएंगे बेवफाई के
भरी महफिल में तेरे चेहरे से नकाब हटाएंगे
वक्त आने पर तुझे तेरी औकात बताएंगे

Shayari By Goonj Chand
  हाथ में दर्द लिए गमो के पन्ने बिछा उन पर अपने जज्बात लिखती हूं
 जी हां मैं वही हूं जो हर बेवफा शख्स की औकात दिखती हो

आशा करते है आपको ये  Waqt Aaane Par Tujhe Teri Aukaat Bataenge Poetry By Goonj Chand पसंद आयी होगी इसे पढ़ने के लिए शुक्रिया


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